Most Mysterious Places: भारत देश प्राकृतिक व मानव निर्मित तथ्यों से भरा हुआ है। हमारे देश में अनेक ऐसी घटनाएं और आविष्कार हुए हैं जिन्होंने पूरी दुनिया को चौंका कर दिया है। भारत में आज भी कई ऐसी रोचक जगहें मौजूद हैं, जिन्हें देखकर कोई भी व्यक्ति हैरान हो सकता है।
भारत एक बहुत ही बड़ा देश है और इसके कोने कोने में कोई ना कोई राज़ छुपा हुआ है और आज हम भारत में मौजूद ऐसी ही चार रहस्यमय जगहों के बारे में जानेंगे, जो बेहद ही ज्यादा रोचक और अविश्वसनीय हैं।
1. The Twin Town, Kodinhi: जुड़वाँ लोगो का गाँव

भारत देश में मौजूद एक प्रसिद्ध राज्य केरल का एक बहुत ही अद्वितीय गाँव कोडिन्ही है। यह गाँव 2000 से अधिक परिवारों का है, लेकिन इसकी खासियत यह है कि यहाँ इतने अधिक जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं कि यह मात्रा सामान्य नहीं है।
यह जगह और भी रहस्यमय तब बन जाती कि जब कोई और जगह की औरत शादी करके इस गाँव में आती व बच्चो को जन्म देती है, तो उसे भी जुड़वां बच्चे पैदा हो जाते हैं। इस गाँव में कदम रखते ही आपको जुड़वाँ लोग नज़र आने लगेंगे।
क्या है कारण
इस गाँव में लगभग 200 से भी अधिक जुड़वाँ लोग मौजूद हैं। जब यह आंकड़ा इतना अधिक बढ़ा, तो डॉक्टरों ने इस गाँव पर थोड़ी रिसर्च की और वे इस नतीजे पर पहुंचे कि इस गाँव के पानी में कुछ खास तरह के केमिकल मौजूद हैं जो इस घटना की सबसे बड़ी वजह हैं।
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2. Shani Shingnapur, Maharashtra: बिना दरवाजे वाला गाँव

शनि शिंगणापुर, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के शहर अहमदनगर के करीब एक ऐसा गाँव है जो अपने शनि मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, पर इससे भी अधिक प्रसिद्ध इसलिए है कि यहाँ घर, स्कूल, या कोई भी दुकान में एक भी दरवाजा नहीं है। दरवाजा तो बहुत दूर की बात है, बल्कि यहाँ पर दरवाजों के लिए चौखट भी नहीं है।
सबसे अजीब बात यह है कि यहाँ घरों में एक भी दरवाजा न होने के बाद भी इस गाँव में किसी चोरी, लूट, आदि की घटना कभी नहीं हुई है।
क्या है कारण?
गाँववासी भगवान शनि पर बहुत विश्वास करते हैं और मानते हैं कि गाँव में उनके कारण कोई अपराध नहीं होता। इसी वजह से इस गाँव के लोग अपने घरों और अन्य किसी भी स्थान पर कोई भी दरवाजा नहीं लगवाते हैं।
3. Jatinga, Assam: पक्षियों का आत्महत्या घर

वैसे तो, मानसून हम सभी को काफी पसंद है, पर असम के एक छोटे से गाँव, जटिंगा में मानसून के दौरान हर साल एक दुखद घटना होती है। मानसून के कारण, जब रातें थोड़ी धुंधली और धुंध भरी हो जाती हैं, तब यहाँ ऐसा कहा जाता है कि पंछी पेड़ों और इमारतों से टकरा कर खुदकुशी कर लेते हैं।
यह खुदकुशी काफी अधिक मात्रा में एक साथ होती है, और सुबह को जब काफी सारे पंछी ज़मीन पर मरे पड़े मिलते हैं, तो लोग बहुत ही हैरान हो जाते हैं। सितंबर और अक्टूबर के बीच हर साल ऐसी घटना देखने को मिलती है।
क्या है कारण?
पक्षी विज्ञानियों के मुताबिक, इतनी अधिक सामूहिक पक्षी आत्महत्या का सबसे बड़ा कारण जटिंगा में होने वाला घाना कोहरा है। जब पंछी काफी ऊचाई पर अचानक कोहरे का सामना करते हैं, तो वे पेड़ों, इमारतों से टकरा जाते हैं, जिससे उनकी मृत्यु हो जाती है। इस बारे में सभी लोग पूरी तरह से सहमत नहीं हैं।